स्मार्टफोन में एक से अधिक कैमरे का क्या काम होता है? [What is the use of more than one camera in a smartphone?]
स्मार्टफोन में एक से अधिक कैमरे का क्या काम होता है? मोनोक्रोम लेंस (Monochrome lens) क्या होता है? अल्ट्रा वाइड एंगल कैमरा (Ultra Wide Angle camera) क्या होता है? डेप्थ सेंसर (Depth Sensor) क्या होता है? मैक्रो लेंस(Macro lens क्या होता है)?
जब भी हम सब बात करते हैं स्मार्टफोन की कैमरे की तब आप देखते होंगे कि अभी के जितने भी स्मार्टफोन हैं आ रहे हैं उनमें एक से अधिक कैमरे होते हैं।पहले के स्मार्टफोन में एक ही कैमरा हुआ करता था परन्तु आज के समय में स्मार्टफोन में एक कैमरा ना होकर दो या फिर उससे अधिक होता है।अगर आपके पास भी कोई ऐसा स्मार्टफोन है तब आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि इस तरह तरह के कैमरे का क्या प्रयोग है?ताकि इन कैमरों या फिर लगे लेंस का मूल कारण क्या है?
आखिर में इतने सारे कैमरे एक ही स्मार्टफोन में क्यों होता है? इन सभी कैमरों का क्या प्रयोग होता होगा?
क्या आपने कभी सोचा है कि जब स्मार्टफोन के एक ही कैमरा से ही फोटो क्लिक किया जा सकता है तब इतने सारे कैमरे क्यों दिए रहते हैं।इन सभी प्रश्नों का उत्तर आज के इस पोस्ट के माध्यम से आप सभी जानेंगे।
आज के समय में हम देखते होंगे कि आए दिन जितने भी स्मार्टफोन कंपनियां जितने भी स्मार्टफोन को निर्मित करती है उनमें एक,दो या फिर तीन तीन कैमरे लगे रहते हैं।यहां पर मैं आपको बता दूं कि स्मार्टफोन में जितने भी कैमरे लगे रहते है उन सबका अलग अलग कार्य होता है।
यानी कि प्रत्येक कैमरे का अपना एक अलग काम होता है।चलिए जानते हैं स्मार्टफोन में वो तरह तरह के कैमरे का क्या प्रयोग होता है।
1. Depth Sensor :- पहले जितने भी स्मार्टफोन आते थे उनमें दो कैमरा हुआ करता था परन्तु बदलते दिन के साथ साथ आज के आधुनिक समय में आपको क्वाड कैमरा स्मार्टफोन भिन्न भिन्न मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर(depth Sensor) देखने को मिलता है।
यह एक ऐसा लेंस या फिर सेंसर होता है जिसकी वजह से हमारे फोटो के बैकग्राउंड में बलर देखने को मिलता है।यानी कि इस सेंसर का काम ऑब्जेक्ट को बैकग्राउंड से अलग करके बुके इफेक्ट डालना होता है।जब हम कोई फोटो क्लिक करते हैं तब जो नॉर्मल कैमरा होता है वो ऑब्जेक्ट को फोकस करता है और डेप्थ सेंसर हमरे ऑब्जेक्ट को बैकग्राउंड से अलग करके ब्लर इफेक्ट डालता है।जिससे हमें एक अच्छी गुणवत्ता वाली फोटो देखने को मिलती है।
2. Telephoto Lense :- यह एक महत्वपूर्ण लेंस होता है।यह कैमरा या फिर लेंस जो है वो अधिकतर महंगे स्मार्टफोन में मिलता है।इसका उपयोग तब किया जाता है जब किसी ऑब्जेक्ट को दूर से अच्छी गुणवत्ता के साथ क्लिक करना हो तब इस लेंस का प्रयोग किया जाता है।अक्सर इसका उपयोग स्पोर्ट्स गेम में किया जाता है।क्योंकि वहां पर आप सामने जाकर फोटो को क्लियर डिटेलिंग के साथ क्लिक नहीं कर सकते तब यहां पर टेलीफोटो लेंस(telephoto lens) काम आता है।आप देखते होंगे जब भी कोई टूर्नामेंट होता है तब आप देखते होंगे कि जितने भी फोटोग्राफर होते हैं वो बहुत बढ़िया बढ़िया फोटो को दूर से ही क्लिक करते हैं।यहां तक कि वो खिलाड़ियों के भी पास ना जाकर भी बेहरीन फोटो को क्लिक कर पाते हैं।यहां पर फोटोग्राफर टेलीफोटो लेंस का उपयोग करते है।जिससे एक बेहतरीन फोटो वो भी क्लियर डिटेलिंग के साथ और कमाल का ब्लर इफेक्ट देखने को मिलता है।
स्मार्टफोन में दिए गए टेलिफोटो लेंस को DSLR जितना जूम नहीं कर सकते बल्कि इसमें दिए गए कैपेसिटी के अनुसार जूम कर सकते हैं। जितना जूम की कैपेसिटी दी गई होती है उतना जूम करके आप एक बेहतरीन गुणवत्ता वाली फोटो को क्लिक कर सकते हैं ।जो कि अच्छी क्लेरिटी और फुल डिटेलिंग के साथ होती है जिसके बाद इमेज की क्वालिटी डिक्रीज नहीं होती या फिर जो पिक्सेल है वह फटे हुए आपको नहीं दिखाई देते। इमेज की क्वालिटी उतना ही बढ़िया होती है जितना कि एक नॉर्मल मोड कैमरे से क्लिक की गई होती है।
विभिन्न विभिन्न स्मार्टफोन में अलग-अलग प्रकार के ऑप्टिकल जूम दिए गए होते हैं जैसे:- 2× optical zoom,3× optical zoom,5× optical zoom इत्यादि इस प्रकार होते हैं।
यहां पर यह ध्यान देना है की जितनी अधिक ऑप्टिकल जूम दी रहेगी आप उतने ही अधिक जूम करके एक बेहरीन फोटो क्लिक कर पाएंगे।यानी जितना आपको एक नॉर्मल कैमरा में एक अच्छी फोटो क्लिक कर पाते है वहीं पर आप टेलीफोटो लेंस की मदद से जूम करके एक बेहतरीन डिटेलिंग के साथ फोटो क्लिक कर पाएंगे।
अब प्रश्न आता है कि क्या टेलीफोटो लेंस से लो लाइट में एक बेहतरीन और क्लियर डिटेलिंग के साथ फोटो ली जा सकती है?
जी! नहीं यहां पर आप लो लाइट में यानी कि जहां पर लाइट अच्छी से नहीं आ रही है या फिर जहां लाइट कम है, क्योंकी जहां कम लाइट होती है वहां पर टेलीफोटो लेंस अच्छे काम नहीं करता है।वहां पर टेलीफोटो लेंस का प्रयोग नहीं कर सकते हैं और यदि उसका प्रयोग करते भी है आपको फोटो की अच्छी क्वालिटी नहीं मिल पाएगी।
जहां रोशनी कम होती है वहां पर कैमरा टेलीफोटो लेंस को प्रयोग करने नहीं देती है वो स्वतः नॉर्मल मोड में आ जाती है।
3.Ultra Wide Angle Camera :- साधारण अर्थों में कहा जाए तो अगर आप एक ही फोटो में अधिक चीजें दिखाना चाहते हैं या फिर ज्यादा एरिया को कवर करना चाहते हैं तो यहां पर अल्ट्रा वाइड एंगल कैमरा(Ultra wide angle camera) काम आता है।यह कैमरा आज के समय में जितने भी फ्लैगशिप स्मार्टफोन हैं उन में पाए जाते हैं। इस कैमरा का बहुत ही महत्वपूर्ण उपयोग होता है।
चलिए इसे उदाहरण से समझते हैं:-
माना कि आप कहीं दोस्त या रिश्तेदारों के साथ घूमने गए तो वहां पर आपको फोटो क्लिक करना है आप अपने कैमरे को निकाल लोगे और नॉर्मल मोड से पिक्चर क्लिक करोगे तब आप देखोगे नॉर्मल मोड का पिक्चर कुछ एरिया को कवर कर पाएगा अब यहां पर आपको ज्यादा एरिया को कवर करना है या आपको ज्यादा लोगों को एक ही पिक्चर में दिखाना है तो ऐसे में आप नॉर्मल मोड से फोटो क्लिक करोगे तब आपको या तो थोड़ा दूर जाना होगा या फिर आप अपने फ्रेंड को थोड़ा दूर जाने के लिए कहोगे ताकि सभी लोगों का फोटो आ सके।लेकिन यहां पर आप दूर नहीं जाना चाहते या फिर बिना मुड़े ज्यादा एरिया को कवर करना चाहते हैं तो ऐसे में आप अल्ट्रा वाइड एंगल कैमरा का उपयोग कर सकते हैं।
4. Monochrome lens :- इस मोनोक्रोम लेंस की मदद से आप एक ब्लैक एंड वाइट फोटो को बेहतर डिटेलिंग के साथ क्लिक कर सकते हैं।यहां पर जो मेन कैमरा और मोनोक्रोम लेंस होता है। बेसिकली इन दोनों में जो मैन डिफरेंस होता है, वह RGB कलर फिल्टर का होता है। ये जो मोनोक्रोम लेंस होता है। यह कलर को कैप्चर नहीं करता है जिसकी वजह से ज्यादा से ज्यादा लाइट को कैप्चर करता है।
यहां पर आप जब कोई फोटो क्लिक करते हैं तब यहां पर जो आपके फोन का कैमरा है वह बेसिकली मैन कैमरे से और मोनोक्रोम लेंस(Monochrome lens) से फोटो क्लिक होती है और इन दोनों को मिलाकर यहां पर एक फोटो बना देता है जिससे ओवरऑल पिक्चर में आपको जो डिटेलिंग है वह आप बहुत अच्छे और बेहतरीन देखने को मिलती है इसके अलावा इस फोटो में नॉइस बहुत कम देखने को मिलता है।हालांकि यह लेंस कुछ ही स्मार्टफोन में देखने को मिलता परंतु हां यह जो कैमरा है उसका काफी महत्वपूर्ण उपयोग होता है।
5. Macro lens :- जब आप किसी भी छोटे से छोटे ऑब्जेक्ट को पास से डिटेलिंग के साथ फोटो कैप्चर की जाती है,तब इस लेंस का प्रयोग किया जाता है।
यानी कि अगर किसी भी सूक्ष्म जीवाणु या फिर जो फूल छोटे आकार के होते हैं तथा आप उन्हें अच्छी क्लैरिटी और डिटेलिंग के साथ उस ऑब्जेक्ट (सूक्ष्म जीव या छोटे आकार वाले फूल) को अच्छी गुणवत्ता के साथ फोटो कैप्चर करना चाहते है तब उस लेंस यानी मैक्रो लेंस(macro lens) का उपयोग किया जाता है।
यह कैमरा भी अधिकतर फ्लैक्सिबल स्मार्टफोन में देखने को मिलता है ये कैमरा एक सामान्य उपयोगकर्ता के लिए उपयोगी ना हो परंतु जो लोग फोटोग्राफी करते हैं या फिर फोटोग्राफी में रुचि रखते हैं जो बहुत ज्यादा फोटो क्लिक करते हैं उनके लिए यह कैमरा अधिक उपयोगी होता है इसका इस्तेमाल तब क्या जाता है जब छोटे वस्तु या फिर सूक्ष्मजीव का फोटो लेना चाहते हैं वो भी पास (नजदीकी) से और आप उस फोटो में उस चीज की प्रत्येक डिटेल को कैप्चर करना चाहते हैं ऐसे मे स्मार्टफोन में आप मैक्रो लेंस का प्रयोग कर सकते हैं।
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